मासूम 18 वर्षीय नताली अपने मरीज से मिलने जाती है, उसके अजीब इरादों से अनजान। वह उसे विशेषज्ञतापूर्वक बहकाता है, जिससे एक जंगली मुठभेड़ होती है। अपने प्रारंभिक प्रतिरोध के बावजूद, वह उसके अनुभव के आगे झुक जाती है, तीव्र मौखिक और योनि सुख में लिप्त हो जाती है, जिसका समापन एक संतोषजनक चरमोत्कर्ष पर होता है।